मेरा तो सावन सूखा है हर पल बरस के अब और ना तड़पा तू एक पल । मेरा तो सावन सूखा है हर पल बरस के अब और ना तड़पा तू एक पल ।
मौसम है बारिश का और याद तुम्हारी आती है, बारिश के हर कतरे से आवाज़ तुम्हारी आती है. मौसम है बारिश का और याद तुम्हारी आती है, बारिश के हर कतरे से आवाज़ तुम्हारी आ...
झिलमिलाती बारिश की फुहारें...। झिलमिलाती बारिश की फुहारें...।
ऊपर से ठंडक, अंदर से गर्मी और बढ़ा दिया ! ऊपर से ठंडक, अंदर से गर्मी और बढ़ा दिया !
धरती पर बिखरती शबनम से, कई आरजुएं मचली सी है, सर्द हवाओं की दस्तक और फिजाओं में, कई खुशबुए... धरती पर बिखरती शबनम से, कई आरजुएं मचली सी है, सर्द हवाओं की दस्तक और फिजा...
कुछ तो बात है इन बारिश की नन्हीं नन्हीं बूदों मेंं भूली बिसरी बातों को हर बार याद दिला देती... कुछ तो बात है इन बारिश की नन्हीं नन्हीं बूदों मेंं भूली बिसरी बातों को ...